- – यह गीत भगवान कृष्ण (श्याम) के प्रति गहरी भक्ति और प्रेम को दर्शाता है, जिसमें श्याम रंग से मन और तन की छाया का वर्णन है।
- – गीत में मुरली की धुन और राधा-कृष्ण के प्रेम की मधुरता को प्रमुखता से व्यक्त किया गया है।
- – भक्त अपनी पूरी आत्मा से कृष्ण के रंग में रंगे होने का अनुभव करता है और उनके नाम की माला पहनकर नाचता है।
- – कृष्ण की याद में बिताए गए दिन-रात और उनके बिना चैन न मिलने की पीड़ा गीत में व्यक्त की गई है।
- – भक्ति का असली मोल कृष्ण के साथ प्रेम और उनके साथ जुड़ाव में बताया गया है, न कि केवल जप या तप में।
- – कृष्ण को जीवन का आधार, दीनों का नाथ और सबसे अनमोल साथी माना गया है, जो भक्त के लिए सब कुछ है।

श्याम रंग मन भायो,
तर्ज – प्रेम रतन धन पायो
दीवानी मैं श्याम की,
मुरली के तान की,
बाजी जो मुरलिया ऐसी,
सुध नहीं प्राण की,
भायो रे भायो रे भायो रे,
भायो रे भायो रे भायो रे,
श्याम रंग मन भायो,
श्याम रंग मन भायो मेरे,
श्याम तन मन छायो,
श्याम रंग मन भायो मेरे।।
श्याम पिया की बन के जोगनिया,
रंग गयी उस रंग में,
जग संसार निगोडा लागे,
श्याम बसे अंग में,
राधा के संग में,
मस्तानी मैं श्याम की,
राधे कृष्णा नाम की,
सावरी सलोनी सूरत,
मेरे घनश्याम की,
भायो रे भायो रे भायो रे,
भायो रे भायो रे भायो रे,
श्याम रंग मन भायो,
श्याम रँग मन भायो,
श्याम तन मन छायो,
श्याम रंग मन भायो मेरे।।
श्याम ही तन में,
श्याम ही मन में,
श्याम ही जीवन में,
श्याम की धुन में,
छम छम नाचू,
बावरिया बन के,
पायलिया खनके,
मतवारी मैं श्याम की,
माला हरी नाम की,
गले में विराजू जैसे,
झटा गूँज माल की,
भायो रे भायो रे भायो रे,
भायो रे भायो रे भायो रे,
श्याम रंग मन भायो,
श्याम रँग मन भायो,
श्याम तन मन छायो,
श्याम रँग मन भायो मेरे।।
याद में तेरी ओ साँवरिया,
दिन बीते और रैन,
प्यास बुझेगी कब इस मन की,
कब आएगा चैन,
बरसत तुम बिन नैन,
श्याम मेरा यार है,
श्याम दिलदार है,
आँधी किसी लाकड़ी का,
श्याम आधार है,
भायो रे भायो रे भायो रे,
भायो रे भायो रे भायो रे,
श्याम रँग मन भायो,
श्याम रँग मन भायो,
श्याम तन मन छायो,
श्याम रँग मन भायो मेरे।।
ना जप जानू,
ना तप जानू,
ना भक्ति का मोल,
मेरे गिरिधर,
मैं गिरिधर की
बात जया अनमोल,
सावरिया कुछ बोल,
सावरे का साथ है
सावरे का हाथ है
मेरे सा दीन कोई
वो दीनो का नाथ है
भायो रे भायो रे भायो रे,
भायो रे भायो रे भायो रे,
श्याम रंग मन भायो,
श्याम रँग मन भायो,
श्याम तन मन छायो,
श्याम रँग मन भायो मेरे।।
