अपने भगत की,आँख में आँसू,देख ना पाएगा,जब जब भी श्याम दिवानों के,सर पे संकट मंडराएगा,कन्हैया दौड़ा आएगा,अपने भगतों के लिए,कुछ भी कर जाएगा,कन्हैया दौडा आएगा ॥ जब दूर सवेरा हो,घनघोर अंधेरा हो,मेरे श्याम की आस लगाए जा,तू छोड़ दे नैया को,बस श्याम भरोसे पर,बस श्याम नाम गुण गाये जा,बनकर के माझी साँवरिया,भव सागर पार करायेगा,कन्हैया …
