- – यह भजन गणपति जी की स्तुति में है, जो सभी गणों के राजा हैं।
- – भजन में गणपति से अपने कार्य पूरे करने की प्रार्थना की गई है।
- – गणपति को आशुतोष, चन्द्र भाल और विशाल रूप में वर्णित किया गया है।
- – कठिन समय में गणपति से रक्षा और सम्मान बनाए रखने की विनती की गई है।
- – भजन में गणपति की महिमा और उनकी कृपा की आवश्यकता पर जोर दिया गया है।
- – यह भजन श्रद्धा और भक्ति के साथ गणपति की आराधना का सुंदर उदाहरण है।
गणपति तुम सब गण के राजा,
गणपति तुम सब गण के राजा,
पूरण करो हमारे काज,
पूरण करो हमारे काज,
गणपति तूम सब गण के राजा,
पूर्ण करो हमारे काज।।
आशुतोष सूत तुम दुर्वा से,
तुष्ट होते महाराज गणपति,
पूरण करो हमारे काज,
पूरण करो हमारे काज,
गणपति तूम सब गण के राजा,
पूर्ण करो हमारे काज।।
चन्द्र भाल तनु विशाल शोभित,
राखत बदन प्रलाज गणपति,
पूरण करो हमारे काज,
पूरण करो हमारे काज,
गणपति तूम सब गण के राजा,
पूर्ण करो हमारे काज।।
कठिन काल आया है स्वामी,
राखो सबकी लाज गणपति,
पूरण करो हमारे काज,
पूरण करो हमारे काज,
गणपति तूम सब गण के राजा,
पूर्ण करो हमारे काज।।
गणपति तुम सब गण के राजा,
गणपति तूम सब गण के राजा,
पूरण करो हमारे काज,
पूरण करो हमारे काज,
गणपति तूम सब गण के राजा,
पूर्ण करो हमारे काज।।
Singer : Ganesh Pathak