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है जाना अमरनाथ के द्वार शिव भजन लिरिक्स – Hai Jana Amarnath Ke Dwar Shiv Bhajan Lyrics – Hinduism FAQ

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  • – यह गीत अमरनाथ यात्रा और सावन के त्यौहार का उत्सव मनाने के लिए लिखा गया है, जिसमें भगवान शिव की महिमा का वर्णन है।
  • – गीत में भक्तों को झूठी मोह माया छोड़कर अमरनाथ की ओर चलने का आह्वान किया गया है।
  • – सावन के महीने में श्रद्धा और भावना के साथ अमरनाथ यात्रा करने का महत्व बताया गया है।
  • – गीत में अमरनाथ की प्राकृतिक सुंदरता, भक्तों की भक्ति और भगवान शिव की शक्ति की प्रशंसा की गई है।
  • – बाबा अमरनाथ को भूखों को अन्न और प्यासों को पानी देने वाला बताया गया है, जो सभी की मान्यता प्राप्त है।
  • – पूरे गीत में सावन के त्यौहार की खुशियाँ और भक्तों की तैयारी का संदेश दिया गया है।

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है जाना अमरनाथ के द्वार,
तर्ज – अयोध्या करती है आव्हान

अमरनाथ की जय हो,
शिव शंकर की जय हो,
महादेव की जय हो,
जय हो।

है आया सावण का त्यौहार,
की भक्तो हो जाओ तैयार,
है जाना अमरनाथ के द्वार,
वही पर है अपना उद्धार,
आया सावण का त्यौहार,
की भक्तो हो जाओ तैयार।।



झूटी मोह माया छोड़ो,

अमरनाथ चलो जी,
चाहे तो अकेले चलो,
चाहे साथ चलो जी,
भोले का संदेसा आया,
बात मत टालो जी,
जय जय अमरनाथ!!!
भोले का संदेसा आया,
बात मत टालो जी,
छोड़ो मोह संसार,
आया सावण का त्यौहार,
की भक्तो हो जाओ तैयार।।

अमरनाथ की जय हो,
शिव शंकर की जय हो,
महादेव की जय हो,
जय हो।



श्रद्धा और भावना का,

पूरा संसार है,
कोई चला पैदल कोई,
घोड़े पे सवार है,
अपनी अपनी सोच और,
अपने विचार है,
जय जय अमरनाथ!!!
अपनी अपनी सोच और,
अपने विचार है,
बोलो क्या है विचार,
आया सावण का त्यौहार,
की भक्तो हो जाओ तैयार।।

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शीतल समीर राज,

शिवजी के गाती है,
कथा अमरनाथ की,
पहाड़िया सुनाती है,
भक्त चलते चलते शीतल,
तृष्णा तेरी पाती है,
जय जय अमरनाथ!!!
भक्त चलते चलते शीतल,
तृष्णा तेरी पाती है,
कैसा चमत्कार,
आया सावण का त्यौहार,
की भक्तो हो जाओ तैयार।।

अमरनाथ की जय हो,
शिव शंकर की जय हो,
महादेव की जय हो,
जय हो।



जय बाबा अमरनाथ,

जय बर्फानी जी,
भूखो को देते अन्न,
प्यासो को पानी जी,
तेरी शक्ति सारे,
जग ने है मानी जी,
जय जय अमरनाथ!!!
तेरी शक्ति सारे,
जग ने है मानी जी,
अर्ज करे है ‘कुमार’,
है आया सावण का त्यौहार,
की भक्तो हो जाओ तैयार।।


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