मुख्य बिंदु
- – गीत में भोले (शिव) को मनाने की कोशिश और उनकी अनमनेपन की बात कही गई है।
- – भक्त अपनी पूरी भक्ति और समर्पण के बावजूद भी भोले के मनाने में असफलता का वर्णन करता है।
- – शिव की शक्ति और उनकी महत्ता को स्वीकार करते हुए, भक्त उनकी मर्जी के आगे समर्पित है।
- – गीत में शिव से प्रेम और भक्ति की गहराई को दर्शाया गया है, जिसमें भक्त शिव को अपना जीवनसाथी मानता है।
- – भोले के रूठने पर भी भक्त उनसे दूर नहीं जाना चाहता और उन्हें मनाने की जिद करता है।

भजन के बोल
भोले को कैसे मनाऊ रे,
भोले को कैसे मनाऊ रे,
ओ मेरा भोला ना माने,
भोला ना माने मेरा शंकर ना माने,
तुझपे मैं वारी वारी जाउ रे,
मेरा भोला ना माने ॥
बाली उमर से तुम्हारी भक्ति कारी है,
कहते हैं शिव जी मैं शक्ति बसी है,
बाली उमर से तुम्हारी भक्ति कारी है,
कहते हैं शिव जी मैं शक्ति बसी है,
तेरा ही हुकम बजाउ रे,
मेरा भोला ना माने,
भोला ना माने मेरा शंकर ना माने,
भोला ना माने मेरा शंकर ना माने,
भोले को कैसे मनाऊ रे,
मेरा भोला ना माने ॥
का देके शिव का मनाई हो शिव मानत नहीं,
का देके शिव का मनाई हो शिव मानत नहीं,
मानत नहीं शिव मानत नहीं,
मानत नहीं भोला मानत नहीं,
का देके,
का देके,
का देके शिव का मनाई हो शिव मानत नहीं,
का देके शिव का मनाई हो शिव मानत नहीं ॥
BhaktiBharat Lyrics
रूठो ना हमसे एसे ओ दीनानाथी,
दासी हूं चरनो की मैं ही जीवनसाथी,
रूठो ना हमसे एसे ओ दीनानाथी,
दासी हूं चरनो की मैं ही जीवनसाथी,
तुझ बिन मैं मार जाउ रे,
छोड तुझे ना जाउ रे,
ओह मेरी गौरा दीवानी,
गौरा दीवानी मेरी गौरा दीवानी,
गौरा दीवानी मेरी गौरा दीवानी,
भोले को कैसे मनाऊ रे,
छोड तुझे ना जाउ रे,
ओह मेरी गौरा दीवानी,
ओ मेरा भोला ना माने,
ओह मेरी गौरा दीवानी,
ओ मेरा भोला ना माने ॥
