- – शिव शंकर भोले की महिमा का निरंतर गान करने का आह्वान किया गया है।
- – शिव जी का अद्भुत रूप, जैसे जटाओं में गंगा और सर्पों की माला, सभी लोकों के स्वामी के रूप में वर्णित है।
- – शिव जी को जगतगुरु और जगत पिता कहा गया है, जो सभी जीवों के जीवन और मृत्यु के दाता हैं।
- – भागीरथ के माध्यम से गंगा को धरती पर लाने का श्रेय भी शिव जी को दिया गया है।
- – ब्रह्मा और विष्णु सहित देवता भी शिव जी की पूजा करते हैं, और उनके गुणों का गान करने से भवसागर का पार होना संभव है।
- – पूरे गीत में “हर हर बम बम” का जाप शिव भक्ति का प्रमुख मंत्र बताया गया है।

शिव शंकर भोले की तुम,
महिमा हर पल गाओ,
जीवन और मृत्यु दाता को,
एक पल ना बिसराओ,
जपे जा हर हर बम बम,
नमामि हर हर बम बम।।
अद्भुत इनका वेश निराला,
जट गंगा सर्पों की माला,
तीनों लोक के भोले स्वामी,
कोई नहीं है इनका सानी,
जगतगुरु कहलाते भोले,
नित इनका ध्यान लगाओ,
जपे जा हर हर बम बम,
नमामि हर हर बम बम।।
जगत पिता की महिमा भारी,
इनसे सारे नर और नारी,
भूत पिशाचौ के भी स्वामी,
ध्याते ऋषि मुनि और ज्ञानी,
चंदा मस्तक इनके विराजे,
इनके गुण को गाओ,
जपे जा हर हर बम बम,
नमामि हर हर बम बम।।
भागीरथ गंग धरा पर लाए,
इसका श्रेय भी तुमको जाए,
देवों के महादेव कहाते,
ब्रह्मा विष्णु भी है ध्याते,
‘पंकज’ इनके गुण को गाकर,
भवसागर तर जाए,
जपे जा हर हर बम बम,
नमामि हर हर बम बम।।
शिव शंकर भोले की तुम,
महिमा हर पल गाओ,
जीवन और मृत्यु दाता को,
एक पल ना बिसराओ,
जपे जा हर हर बम बम,
नमामि हर हर बम बम।।
– गायक तथा प्रेषक –
सिंगर पंकज सांवरिया।
धनबाद 9308233330
