- – गीत में प्रेम और समर्पण की भावना प्रमुख रूप से व्यक्त की गई है, जहाँ प्रेमिका अपने सांवरे (प्रेमी) के प्रति अपनी दीवानगी और निष्ठा जताती है।
- – प्रेमिका कहती है कि उसे दुनिया की परवाह नहीं है और वह सिर्फ अपने प्रेमी के साथ ही रहना चाहती है।
- – गीत में दिल से दिल के रिश्ते की बात की गई है, जिसमें प्रेम और विश्वास की गहराई दिखाई देती है।
- – कोई शिकायत या गिला नहीं है, केवल सच्चे प्यार की अनुभूति है जो दोनों के बीच बनी हुई है।
- – प्रेमिका अपने प्रेमी को अपना सहारा और सबसे प्यारा मानती है, जो उसके जीवन का आधार है।
- – गीत का भावनात्मक और सरल भाषा में लिखा गया है, जो प्रेम की सच्चाई और समर्पण को दर्शाता है।

ओ सांवरे ओ सांवरे,
ओ सांवरे ओ सांवरे,
जियूँगी बनके तेरी दीवानी,
ये पक्का सोच लिया,
ओं सांवरे ओं सांवरे,
ओं सांवरे ओं सांवरे।।
तर्ज – ओ साहिबा।
परवाह नहीं जग की,
बोले तो बोलण दे,
हम तेरे दीवाने है,
दर दर ना डोलण दे,
ओं सांवरे ओं सांवरे,
ओं सांवरे ओं सांवरे।।
सब कुछ मैंने बाबा,
तुझ पे छोड़ा है,
रिश्ता दिल से दिल का,
तू संग ही जोड़ा है,
ओं सांवरे ओं सांवरे,
ओं सांवरे ओं सांवरे।।
कोई गिला नहीं तुमसे,
ना कोई शिकायत है,
हम तो बस ये जाने,
हमें तुमसे मोहब्बत है,
ओं सांवरे ओं सांवरे,
ओं सांवरे ओं सांवरे।।
तेरे दास ‘महेन्द्र’ को,
तेरा ही सहारा है,
कोई और नहीं दूजा,
मेरा तुमसे प्यारा है,
ओं सांवरे ओं सांवरे,
ओं सांवरे ओं सांवरे।।
ओ सांवरे ओं सांवरे,
ओ सांवरे ओं सांवरे,
जियूँगी बनके तेरी दीवानी,
ये पक्का सोच लिया,
ओं सांवरे ओं सांवरे,
ओं सांवरे ओं सांवरे।।
Singer : Kemita Rathore
